शिवाजी और हीरोजी औरंगज़ेब के चंगुल से निकल कर रायगढ़ पहुंच गए थे। जहाँ शिवाजी ने पुनः उन किलो को जीतने की योजना जो मुगलो ने छीन लिए थे। उनकी योजना में और माँ साहेब के स्वप्न में सबसे पहला किला था कोंढाणा, जिसे जीत कर पहले अपना स्वाभिमान हासिल करना था। कित्नु कोंढाणा जीतने के लिए सिर्फ एक योद्धा की जरुरत थी। आखिर वो कौन योद्धा था, कौन इनता बलशाली था, जो कोंढाणा को मराठो के अधिकार में शामिल कर देगा। शिवाजी की आगे की योजना और उस वीर महायोध्या जो स्वराज्य के इस सफर में शिवाजी का दाहिना हाथ बनेगा। इन सबके बारे में हम जानेगे अपने अगले एपिसोड में।…